Lord Hanuman:हनुमान जी को क्यों लगता है नारंगी सिंदूर, क्या है इसके पीछे की विशेषता

क्या आपको ये पता है कि आखिर हनुमान जी की मूर्ति पर सिंदूर और तेल लगाने का रहस्य क्या है। हनुमान जी का रूप उनकी किस विशेषता को दर्शाता है। तो चलिए आज आपको बतातें हैं। 

Lord Hanuman:हनुमान जी को क्यों लगता है नारंगी सिंदूर, क्या है इसके पीछे की विशेषता

Lord Hanuman: संकटमोचन हनुमान भगवान शिव का 11वां रुद्र अवतार है। हनुमान जी के ज्यादातर मंदिरों में उनकी मूर्ति नारंगी रंग ही देखने को मिलता है। जो की तेल और सिंदूर का मिश्रण होता है। जिसका लोग हनुमान जी के दर्शन करने के बाद तिलक भी लगाते हैं। ऐसी मान्यता है कि हनुमान जी को सिंदूर और तेल चढ़ाने से उनकी असीम कृपा बरसती है, लेकिन क्या आपको ये पता है कि आखिर हनुमान जी की मूर्ति पर सिंदूर और तेल लगाने का रहस्य क्या है। हनुमान जी का रूप उनकी किस विशेषता को दर्शाता है। तो चलिए आज आपको बतातें हैं। 

ये है कारण

पौराणिक कथाओं के अनुसार, एक बार मां सीता श्रृंगार कर रही थीं, तो वे जब सिंदूर लगा रही थीं, तो उसी दौरान उनके पास हनुमान जी आ गए और मां सीता से सिंदूर लगाने का कारण पूछा। ऐसे में मां सीता ने कहा कि सिंदूर लगाने से मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम को दीर्घायु का आशीर्वाद प्राप्त होता है और सदैव उनका स्वास्थ्य अच्छा रहता है। इस बात को सुनकर हनुमान जी ने सोचा कि जब मां सीता के द्वारा थोड़ा सा सिंदूर लगाने से राम जी को लंबी आयु का आशीर्वाद प्राप्त होता है, तो क्यों न मैं अपने पूरे शरीर पर सिंदूर लगा लूं। ऐसा करने से राम जी अमर हो जाएंगे। इसके पश्चात हनुमान जी ने ऐसा ही किया। इसको देख राम जी प्रसन्न हुए। हनुमान जी ने मां सीता से कहा कि मेरे द्वारा सिंदूर लगाने से प्रभु राम के जीवन में कोई संकट नहीं आएगा।

हनुमान जी को सिंदूर चढ़ाने के लाभ

मंगवलार के दिन हनुमान जी की पूजा करें और उन्हें सिंदूर अर्पित करें। मान्यता है कि इस उपाय को करने से प्रभु प्रसन्न होते हैं और जातक की सभी इच्छाओं को पूरा करते हैं। साथ ही रुके हुए काम पूरे होते हैं। इसके अलावा बल और बुद्धि की प्राप्ति होती है। 

इस दिन अर्पित करें हनुमान जी को सिंदूर

हनुमान जी की पूजा के लिए सबसे उत्तम दिन मंगलवार को माना जाता है। मान्यताओं के अनुसार, इस दिन मंदिर में जाकर हनुमान जी के दाहिने कंधे के सिंदूर का तिलक लगाना बहुत ही लाभकारी होता है। साथ ही इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि हनुमान जी को सिर्फ नारंगी सिंदूर ही चढ़ाएं। नारंगी सिंदूर को चमेली के तेल में मिलाकर हनुमान जी को अर्पित करने से भक्तों पर उनकी असीम कृपा बनी रहती है।