CM Yogi: हम एक रहेंगे तो नेक रहेंगे, बंटेंगे तो कटेंगे- सीएम योगी
सीएम योगी ने यहां पुरानी मंडी चौराहे पर राष्ट्रवीर दुर्गादास राठौर की प्रतिमा का अनावरण किया। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी ने अपना संबोधन दिया।
CM Yogi: यूपी के मुखिया योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) आज (25 अगस्त) को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी (Sri Krishna Janmashtami) के मौके पर आगरा पहुंचे। सीएम योगी (CM Yogi) ने यहां पुरानी मंडी चौराहे पर राष्ट्रवीर दुर्गादास राठौर (Rashtraveer Durgadas Rathore) की प्रतिमा का अनावरण किया। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी ने अपना संबोधन दिया। इस दौरान उन्होंने बांग्लादेश में हो रही हिंसक घटनाओं का हवाला देते हुए हिंदुओं को अलर्ट किया।
राष्ट्र से बढ़कर कुछ नहीं हो सकता- सीएम योगी
सीएम योगी ने कहा कि राष्ट्र से बढ़कर कुछ नहीं हो सकता। राष्ट्र तभी सख्त होगा, जब हम एक होंगे। हम बंटेंगे तो कटेंगे। बांग्लादेश में देख रहे हैं न, वो गलतियां यहां नहीं होनी चाहिए। हम बंटेंगे तो कटेंगे। एक रहेंगे-नेक रहेंगे। सुरक्षित रहेंगे और समृद्धि की परकाष्ठा तक पहुंचेंगे। इसके बाद आगे उन्होंने राष्ट्रवीर दुर्गादास राठौर जी का नाम लेते हुए लोगो से कहा कि एक बार राजस्थान जाइए, देखिए उनकी पूजा होती है। जोधपुर में श्रद्धा का भाव देखने को मिलता है। मैं इसी श्रद्धा के भाव को मजबूत करने के लिए आया हूं।
मृत्यु से देश और समाज का कल्याण हो- सीएम योगी
सीएम योगी ने कहा कि रामप्रसाद बिस्मिल को जब फांसी दी जा रही थी। तब उनसे पूछा कि अंतिम अभिलाषा हो तो बताइए। तब बिस्मिल जी ने कहा कि इस भारत वर्ष में सौ बार मेरा जन्म हो, और कारण सदा ही मौत का देश उपकार कर्म हो। मेरा जीवन बार-बार इस हिंदुस्तान की धरती पर जन्म लूं। सदैव इस मृत्यु से देश और समाज का कल्याण, उत्थान और समृद्धि मजबूत होनी चाहिए।
श्री कृष्ण आगरा के कण-कण में बसे हैं- सीएम योगी
सीएम योगी ने आगरा के लोगों को श्री कृष्ण जन्माष्टमी की बधाई दी। उन्होंने कहा कि आगरा के रज-रज में, कण-कण में भगवान कृष्ण का वास है। यहां कला है, यहां विश्वास है, यहां आस्था और समर्पण है। यह विश्वास और आस्था, कला-संस्कृति राष्ट्र प्रतिष्ठा के साथ आगे बढ़नी चाहिए
अंग्रेजों ने क्रांतिकारियों पर खर्च किए 10 लाख रुपए
सीएम योगी ने आगे कहा कि हम जानते हैं कि देश की आजादी के लिए 9 अगस्त 1925 में लखनऊ में मा. राम प्रसाद बिस्मिल, ठाकुर रोशन सिंह, असफां उल्लाह खां, चंद्रशेखर आजाद जैसे क्रांतिकारियों ने काकोरी ट्रेन एक्शन की घटना को अंजाम देकर अंग्रेजी हुकुमत को चुनौती दी थी। लेकिन, इन्हें गिरफ्तार करने, सजा दिलाने के लिए अंग्रेजों ने 10 लाख रुपए खर्च कर दिए। लेकिन तब भी आजादी की लड़ाई कमजोर नहीं पड़ी।