Elections in Japan: जापान का नया लीडर चुनने के लिए आज हो रहा मतदान, पीएम इशिबा की अग्निपरीक्षा

जापान के निचले सदन यानी प्रतिनिधि सभा के लिए रविवार (27 अक्टूबर) को मतदान हो रहा है। जापान में जारी आर्थिक अनिश्चितता, विदेश मामलों की चुनौती और राजनीतिक अस्थिरता को लेकर ये चुनाव बेहद अहम माने जा रहे हैं। जापान के निचले सदन में पूर्ण बहुमत प्राप्त करने पर सत्तारूढ़ डेमोक्रेटिक पार्टी कोमीतो ब्लॉक का पूरा ध्यान केंद्रित है।

Elections in Japan: जापान का नया लीडर चुनने के लिए आज हो रहा मतदान, पीएम इशिबा की अग्निपरीक्षा

Elections in Japan: जापान (Japan) के निचले सदन यानी प्रतिनिधि सभा के लिए रविवार (27 अक्टूबर) को मतदान हो रहा है। जापान में जारी आर्थिक अनिश्चितता, विदेश मामलों की चुनौती और राजनीतिक अस्थिरता को लेकर ये चुनाव बेहद अहम माने जा रहे हैं। जापान के निचले सदन में पूर्ण बहुमत प्राप्त करने पर सत्तारूढ़ डेमोक्रेटिक पार्टी कोमीतो ब्लॉक का पूरा ध्यान केंद्रित है। 

प्रधानमंत्री पद संभालते ही पीएम इशिबा ने किया था चुनाव का एलान

जापान में सत्ताधारी दल का अध्यक्ष ही देश का प्रधानमंत्री बनता है। बीते दिनों फुमियो (Fumio) के इस्तीफा देने के बाद शिगेरु इशिबा को सत्ताधारी पार्टी एलडीपी (लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी) का अध्यक्ष चुना गया था। हालांकि, लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (Liberal Democratic Party) को जापान के दोनों सदनों में बहुमत हासिल है। जापान में साल 2025 में चुनाव होने थे, लेकिन इशिबा ने प्रधानमंत्री का पद संभालते ही चुनाव का एलान कर दिया था। वहीं इस चुनाव को प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा (Prime Minister Shigeru Ishiba)  की सरकार के लिए जनमत जुटाने के रूप में देखा जा रहा है। हालांकि, विभिन्न पोल सर्वे में ये दावा किया जा रहा है कि सत्तारूढ़ डेमोक्रेटिक पार्टी कोमीतो ब्लॉक निचले सदन में बहुमत हासिल नहीं कर पाएगी। अगर ऐसा होता है तो बीते 15 साल में यह पहला मौका होगा, जब लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी बहुमत से दूर रहेगी। 

एलडीपी नेतृत्व से नाराज है जनता  

दरअसल, सत्तारूढ़ डेमोक्रेटिक पार्टी (ruling democratic party) के शीर्ष नेतृत्व पर भ्रष्टाचार के बड़े आरोप लगे थे। फंडिंग घोटाला और बढ़ती महंगाई को लेकर जनता में एलडीपी नेतृत्व के लिए भारी नाराजगी है। जिसे लेकर चुनाव प्रचार के दौरान पीएम शिगेरु इशिबा ने कहा कि अभी भी जापान में प्रशासन के लिहाज से एलडीपी ही सबसे सही पार्टी है। इशिबा ने आगे कहा कि हम देश को विपक्ष के हाथों में छोड़ने का खतरा नहीं ले सकते, क्योंकि उन्हें ये नहीं पता है कि अर्थव्यवस्था, संविधान और सामाजिक सुरक्षा के स्तर पर क्या जरूरी कदम उठाना हैं।

सत्ताधारी एलडीपी को हो सकता है 50 सीटों का नुकसान

चुनाव में सत्ताधारी सत्तारूढ़ डेमोक्रेटिक पार्टी का मुकाबला कॉन्स्टिट्यूशन डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ जापान (Constitution Democratic Party of Japan) से हो रहा है। साथ ही कंजर्वेटिव जापान इनोवेशन पार्टी भी मुख्य प्रतिद्वंदी है। बता दें जापान में संसद की 465 सीटों में से एलडीपी सांसदों की संख्या 258 है और यह पार्टी साल 2009 से सत्ता पर काबिज है। वहीं, कॉन्स्टिट्यूशन डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसदों की संख्या 99 है। जबकि, कंजर्वेटिव जापान पार्टी के सांसदों की संख्या 45 है। इस आधार पर पलड़ा एलडीपी का ही भारी है। निचले सदन में बहुमत के लिए किसी भी पार्टी को 288 सीटें चाहिए। सर्वे के मुताबिक,, कॉन्स्टिट्यूशन डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ जापान (Constitution Democratic Party of Japan) को 140 सीटें मिल सकती हैं। वहीं एलडीपी को 50 सीटों का नुकसान होने की भी आशंका है और वह 247 सीटें जीत सकती है।